आष्टा । दो दिन पूर्व आष्टा नगर में मीडिया ने एक नये तरह का अनोखा भ्रष्टाचार ओर भ्रष्टाचार करने के लिए नये अनोखे तरीका पकड़ा,बाद में जागे प्रशासन ने उक्त मामले को संज्ञान में लिया,तीन सदस्यो की जांच समिति बनाई,जांच हुई,प्रतिवेदन आने के बाद यह सिद्ध हो गया कि कन्नौद रोड पर अमन कालोनी के सामने स्तिथ वेयरहाउस के प्रबंधक एवं अन्य कर्मियों की मिली भगत से योजनाबद्ध तरीके से सरकारी चने का बजन बडा ने के लिये जो तरीका अपनाया था वो सिध्द हुआ है।
आज या कल इस मामले में कलेक्टर सीहोर बड़ी कार्यवाही कर सकते है। प्राप्त जानकारी अनुसार दो दिन पूर्व रात्रि में रात के अंधेरे में उक्त वेयरहाउस में जो सरकारी चना खरीदा रखा था,जिसमें से दूसरे दिन दो ट्रक चना रायसेन ओर जाना था के पहले ही उक्त चने का भजन बढ़ाने के लिये एक पानी का टैंकर मंगाया गया और वेयरहाउस में रखे उक्त सरकारी चने पर पानी का छिडकाऊ कराया लेकिन जागरूक मीडिया ने रात्रि में ही मोके पर पहुच सब किये धरे भ्रष्टाचार पर पानी फेर दिया।
दूसरे दिन एसडीएम श्री आनन्दसिंह राजावत ने मामले को अतिगम्भीरता से संज्ञान में लिया और इस मामले की तीन सदस्यो की एक जांच समिति बनाई जिसमे नायाब तहसीलदार अतुल शर्मा,कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी रेशमा भामोर,नान के मनोज धनगर को शामिल किया। जैसे ही खबर आई की गीला किया चना ट्रक में भरा कर रवाना होने वाला है,जांच दल वेयरहाउस जा धमका और दोनों गाड़ियों को खाली करा कर उसमें से 70-70 के करीब बोरिया अलग जांच हेतु रखी उन बोरियों की जो तोल कराई तो जांच दल भी दंग रह गया ।
क्योकि जब उक्त चने की सरकारी खरीद की गई थी तब नियमानुसार 50 किलो नेट चना तोला गया था तथा कट्टी सहित 50.600 किलो तोला था। जांच दल ने जो कट्टीया तोली उसमे सबसे कम बजन 41.600 किलो,अधिक बजन में 52 से 53 किलो तक की कट्टी पाई गई। बोरियों में खरीदी के एक साल बाद भी नमी 13 से 14% आना यह सिद्ध करता है की उक्त चने की बोरियों पर बजन बढ़ाने के उद्देश्य से बड़े भ्रष्टाचार की योजना के तहत पानी का छिड़काव किया गया था।
वही कई बोरियों में जो 8 किलो तक चना कम निकला वो भी बड़े भ्रष्टाचार की ओर चीख चीख कर संदेश दे रहा है। इस वेयरहाउस के शातिर प्रबंधक का नाम धर्मेन्द्र परमार बताया गया है। रात्रि में यह रमेश ओर अर्जुन नाम के दो लोग भी उपस्तिथ थे जो कैमरा देख इधर से उधर भागते नजर आये।
रात्रि में जिस व्यक्ति ने टैंकर ला कर खड़ा किया था,जिससे वेयरहाउस के कर्मियों ने चने की बोरियों पर पानी छिड़काव किया उस टैंकर चालक जिसका नाम राहुल सामने आया उसने बताया की करीब आधा टैंकर पानी छिड़का गया था,जांच दल ने टैंकर चालक के भी बयान दर्ज किये है।
जिन कट्टी की तोल हुई उसमे जिन कट्टी के बजन अधिक पाये मतलब साफ है पानी छिड़काव से बजन बड़ा। लेकिन जिन कट्टी का बजन 5 से 9 किलो तक कम पाया,इन कट्टी में से इतना चना आखिर कहा गया.? मतलब इस मामले की गहराई में जाया जाये तो भ्रष्टाचार की ओर भी परते उजागर हो सकती है। अब नगर में यह प्रश्न गूंज रहा है की क्या इस अनोखे तरीके का भ्रष्टाचार करने वाले की सेवा समाप्त होगी या केवल छोटी मोटी कार्यवाही ही होगी.?
सभी को अब कलेक्टर सीहोर की कार्यवाही का इंतजार है।
इनका कहना है:-मीडिया से मिली जानकारी के बाद वेयरहाउस में रखे चने का बजन बढ़ाने के लिये पानी छिड़काव करने के मामले की जांच टीम का प्रतिवेदन प्राप्त हो गया है,प्रथम दृष्टया गम्भीर अनियमितता,लापहरवाही सामने आई है,आया प्रतिवेदन आगे की कार्यवाही के लिये कलेक्टर महोदय सीहोर को भेजा जा रहा है-श्री आनन्दसिंह राजावत एसडीएम आष्टा