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आष्टा। आस्था,विश्वास,आशा,उम्मीद,अंधेरे से प्रकाश की ओर ले जाने वाले प्रकाशोत्सव दीपावली का पर्व आज देहली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल में उत्साह उमंग के साथ मनाया गया। दीपावली रोशनी का पर्व है। भारत मे इस पर्व का अपना एक अलग ही विशेष महत्व है,जिसे सभी धूमधाम से मनाते है । छात्र छात्राओं को दीपावली का महत्व,यह त्योहार क्यो मनाया जाता है,इस त्योहार को मनाने के पीछे क्या सांस्कृतिक धार्मिक कारण ओर उद्देश्य है से छात्र छात्राओं को जानकारी दी।

नगर की प्राइवेट शिक्षण संस्था देहली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल आष्टा ने आज 30 अक्टूबर को विद्यालय में एक उत्सव का आयोजन किया । आज विद्यालय में कई प्रतियोगिताओ का भी आयोजन विद्यालय की संचालक श्रीमती पायल अली एवं विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती सुनयना शर्मा की उपस्थिति में किया गया। विद्यालय के शिक्षकों ने छात्र छात्राओं को दीपावली के महत्व को समझाते हुए कहा की दीपावली का त्यौहार अंधेरे पर प्रकाश की जीत है, अज्ञान पर ज्ञान की विजय है, बुराई पर अच्छाई और निराशा पर आशा की जीत का प्रतीक है।

प्रकाश का यह पर्व दीपावली हमे कई संदेश देता है,जो जीवन के लिये अनमोल संदेश है। आज मनाये गये उत्सव में कक्षा पहली से तीसरी तक के बच्चों ने दीयों को विभिन्न रंगों और चमक आदि से सजाया जिन्हें देख कर सभी ने उसकी प्रशंसा की। कक्षा IV से VII तक के विद्यार्थियों ने प्रतियोगिता के अंतर्गत दीपावली पर घरो के द्वार पर टांगें जाने वाले सुंदर तोरण तैयार किए। इनके अलावा कक्षा चौथी से नवमी के छात्र छात्राओं के लिए वाद विवाद प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।

वाद विवाद प्रतियोगिता के विषय “स्कूलों में सेल फोन पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए”, “स्वस्थ भोजन या स्वादिष्ट भोजन में से बच्चों के लिए क्या बेहतर है” “किस तरह के परिवार में रहना अच्छा लगता है,एकल या सामूहिक” “हमारे समाज में वृद्धाश्रम होना चाहिए या नही” “क्या सरकार को आरक्षण प्रणाली खत्म कर देनी चाहिए” रखे गये थे। भाग लेने वाले छात्र छात्राओं ने तर्कों के साथ चुने गये विषयो पर अपनी बात रखी,इसके पीछे छात्र छात्राओं का बोलने की शैली को निखारना, उनका बौद्धिक विकास भी एक उद्देश्य था। वाद विवाद प्रतियोगिता में सभी ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। उत्सव के समापन पर सभी ने एक दूसरे को दिवाली की शुभकामनाएं दी।

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