Spread the love


आष्टा। बाल स्वास्थ्य संवर्धन योजना के अंतर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देशानुसार कुपोषण मुक्ति के लिए आज से अभियान शुरू हुआ, जिसमें पूरे प्रदेश को 14 नवंबर तक कुपोषण मुक्त बनाना है। इसी के तहत आष्टा के जनपद कक्ष में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।


कार्यक्रम का शुभारम्भ अनुविभागीय अधिकारी विजय मंडलोई,एसडीओपी मोहन सारवान ने सरस्वती पूजन एवं बालिका पूजन के साथ किया। सभी अतिथियों का स्वागत सम्मान फलदार पौधे प्रदान कर किया गया। योजना अंतर्गत ब्लॉक के सभी वरिष्ठ अधिकारियों को अति गंभीर कुपोषित बच्चों का संरक्षक नियुक्त किया गया है एसडीएम ने सभी अधिकारियों को गोद लिये बच्चों की निरंतर मॉनिटरिंग करने एवं उन्हें आवश्यक पोषण आहार प्रदाय करने हेतु निर्देशित किया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए एसडीएम ने पोषण के महत्व को बताते हुए कहा कि जो भोजन हम करते है,बच्चों को देते है उस भोजन में सभी आवश्यक तत्व शामिल होना चाहिये। 6 माह से 3 वर्ष के बालकों में सर्वाधिक कुपोषण पाया जाता है इसके लिए बच्चों को प्रोटीन युक्त भोजन की आवश्यकता पर जोर दिया। कुपोषण मुक्ति व्यक्तिगत या किसी एक विभाग की ही जिम्मेदारी ना होकर सभी विभाग एवं सामाजिक जन आंदोलन द्वारा समन्वित प्रयास से ही कुपोषण दूर किया जा सकता है।

साझा अभियान चलाकर ही हम कुपोषण के कलंक से मुक्ति पा सकते है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए एसडीओपी मोहन सारवान ने समाज में व्याप्त महिला पुरुष असमानता को समाप्त करते हुए पुरुषों को इस अभियान में आगे आने और महिलाओं एवं किशोरी बालिकाओं को एनीमिया से मुक्त करने हेतु प्रयास करने की आवश्यकता पर जोर दिया। कुपोषण मुक्ति के लिए स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग को और अधिक सघन प्रयास के लिए प्रेरित किया।

ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ प्रवीर गुप्ता ने विस्तार पूर्वक कुपोषण के बारे में बताया और इससे निजात पाने के उपाय भी सभी अभिभावकों एवं पोषण मित्रों को बताएं। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं एवं गर्भवती माताओं को लाभान्वित करने के लिए विभागीय योजनाओं की भी विस्तार से जानकारी दी। विभागीय योजनाओं को लाभ शीघ्रता पूर्वक कैसे मिल सके उसके लिए भी ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर ने जानकारी दी।

आयुष विभाग से डॉक्टर शाइनी अंजुम एवं डॉक्टर बूसरा खान द्वारा सुपुष्टि चूर्ण और महामाश तेल के महत्व के बारे में बताया जिससे कि बच्चों को शीघ्रता से कुपोषण से बाहर लाया जा सकता है। परियोजना अधिकारी डॉ संदीप रुहल द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित राष्ट्रीय पोषण अभियान के महत्व को विस्तार से बताया जिसमें प्रतिवर्ष एनीमिया एवं बच्चों में व्याप्त ठिगनेपन एवं कुपोषण को लगातार कम करते हुए 2022 तक पूरे भारत से कुपोषण को दूर करने का लक्ष्य रखा गया है।

श्री रुहल द्वारा पोषण मित्र का भी उन्मुखीकरण किया गया। जिनको बच्चों को कुपोषण से मुक्ति में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करनी है। पोषण मित्र चुंकि उसी गांव/वार्ड से हैं अत: प्रतिदिन बच्चों की निरंतर मॉनिटरिंग भी करते रहेंगे। परियोजना अधिकारी सुश्री गरिमा वाईकर ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सर्व प्रमुख भूमिका निभाने के लिए और इस कुपोषण के कलंक से बाहर आने के लिए तैयार रहने और जन जागरूकता फैलाने की बात कही।

भारतीय समाज में कभी भी भामाशाहों की कमी नहीं रही। आज भी कार्यक्रम में कुपोषित बच्चों को प्रोटीन युक्त संवर्धन आहार प्रदान करने के लिए कई लोग सामने आए जिनमें जय श्री ज्वेलर्स के कैलाश सोनी और युवा विकास मंडल भोपाल के लखन वेद, मनोहर बामनिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए पोषण किट प्रदान की।

कार्यक्रम में आष्टा तहसीलदार रघुवीर सिंह मरावी,नायब तहसीलदार अतुल शर्मा, मुख्य नगरपालिका अधिकारी नन्दकिशोर परसानिया,बीआरसीसी अजबसिंह मेवाड़ा, पीएचई के एसडीओ, जनपद बीपीओ अशोक मंगरोलिया एवं सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। आज के कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग का एवं आयुष विभाग का स्टॉल लगाया गया जिसमें कुपोषित बच्चों हेतु औषधि एवं आवश्यक दवाइयां का प्रदर्शन एवं जरूरतमंद बच्चों को दवाइयों का वितरण भी किया गया। एनआरसी द्वारा भी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।

कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पोषण व्यंजन की प्रदर्शनी भी लगाई गई। पोषण मित्रों ने भी सेम बच्चों को किट प्रदान की एवं विभिन्न प्रकार के खाद्य सामग्री भी बच्चों को प्रदान की। महिला एवं बाल विकास विभाग की सभी सेक्टर पर्यवेक्षक,आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं समस्त कार्यालय स्टाफ उपस्थित रहा। कार्यक्रम के सफल आयोजन एवं अनुविभागीय अधिकारियों को धन्यवाद व्यक्त परियोजना अधिकारी डॉ संदीप रूहल द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में आज जब क्षेत्र के जनप्रतिनिधि विधायक रघुनाथसिंह मालवीय,जनपद प्रधान धारासिंह पटेल आदि नजर नही आये तब चर्चाओं का बाजार गर्म हुआ। बाद में अधिकारियों ने खुलासा किया कि उक्त कार्यक्रम विभागीय स्तर पर ही आयोजित करने के निर्देश के तहत सभी स्थानों पर अतिथियों के रूप में केवल अधिकारी ही उपस्तिथ थे। जब कार्यक्रम अधिकारी स्तर पर ही था तो फिर परियोजना अधिकारी संदीप रूहल ने आष्टा विधायक को क्यो सूचना दी वो भी कार्यक्रम शुरू होने के बाद।

You missed

error: Content is protected !!