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आष्टा। नगर में अब न केवल कोरोना के खात्में का अभियान चलेगा,बल्कि अब कोरोना के साथ साथ डेंगू के खात्मे के लिए भी आज से अभियान प्रारंभ किया गया है। इसके तहत रथ के माध्यम से नागरिकों को डेंगू से बचाव और नियंत्रण के उपायों की जानकारी दी जाएगी।


शासन के निर्देशानुसार नगरपालिका द्वारा नगर में डेंगू पर प्रहार के अभियान का शुभारंभ मुख्य नगरपालिका अधिकारी एन.के. पारसनिया द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुख्य नगरपालिका अधिकारी एन.के. पारसनिया ने कहा कि अभियान के माध्यम से नागरिकों में जागरूकता का संचार किया जाएगा। वहीं डेंगू व चिकुनगुनिया बुखार के लक्षण जैसे-तेज बुखार के साथ-साथ तेज सिरदर्द होना,

आंखों के आसपास दर्द होना, शरीर पर लाल दानें व चकते बनना, ठंड लगना, जोड़ों में दर्द होना विशेष रूप से हांथ की उंगलियों, मांसपेंशियों में दर्द आदि लक्षण उत्पन्न होने पर तुरंत जिला चिकित्सालय आकर चिकित्सक के परामर्श के अनुसार निःशुल्क डेंगू व चिकुनगुनिया की जांच अवश्य कराएं व चिकित्सक के परामर्श के अनुसार दवाईयों का सेवन करें। किसी भी बुखार के रोगी को 24 घंटे के अंदर जांच व उपचार अवश्य प्रारंभ करना चाहिए।  


मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री पारसनिया ने सलाह देते हुए बताया कि वर्तमान समय में बारिश का मौसम चल रहा है जिससे मच्छरों के पैदा होने वाले स्थान बढ़ रहे हैं। ऐसे में अपने घर के आसपास जहां अनुपयोगी जल एकत्रित हों, वहां जला हुआ मोबिल ऑयल या अन्य कोई तेल डालें, ताकि उसमें मच्छरों के लार्वा न पनपने पाएं। उन्होंने बताया कि घरों, स्कूलों, शासकीय कार्यालयों आदि में रखे कूलर, टंकी, गमले, फूलदान, पुराने टायर, बेकार डब्बे, खाली प्लॉट, गड्ढ़ों आदि में एक सप्ताह से अधिक जल जमाव की स्थिति निर्मित न हो।

इनका पानी सप्ताह के पूर्व ही खाली करें ऐसा करने से मच्छरों के लार्वा पैदा नहीं हो पाएंगे। किसी भी क्षेत्र में लार्वा पाए जाने पर सर्वप्रथम लार्वा वाला पानी खाली करना चाहिए, यदि पानी खाली न कराया जा सकता हो तो पानी को छान कर उसमें से लार्वा अलग कर, पानी को दुबारा उपयोग किया जा सकता है। डेंगू से बचाव एवं नियंत्रण के लिए आमजन को पूरी बांह के कपड़े पहनना चाहिए तथा बुखार प्रभावित रोगियों को कीटनाशक युक्त मच्छरदानी, बेड नेट का उपयोग करना चाहिए।


उक्त अभियान का आज विधिवत शुभारंभ हुआ है, अभियान के तहत 18 वार्डो में सफाई व्यवस्था पर विशेष जोर दिया जाएगा। डोर टू डोर कचरा संग्रहण वाहनों पर अनाउंसमेंट के माध्यम से नागरिकों को डेंगू वायरस से बचने व सावधानियां बरतने के लिए जागरूक किया जा रहा है। टीम द्वारा खाली प्लाटों का सर्वे किया जा रहा है साथ ही प्लाट मालिकों को प्लाट की साफ-सफाई करने के नोटिस भी सौंपे जा रहे है। टीम द्वारा वार्ड वार निगरानी की टीम तैनात की गई है जो किसी भी रहवासी क्षेत्र में जल जमाव न हो, गदंगी न हो और मच्छर न पनपे, संबंधित शिकायत प्राप्त होते ही स्वास्थ्य टीम द्वारा तत्काल निराकरण करेगी।  


डेंगू से बचाव के लिए यह करें उपाय –
घर के आस-पास कहीं भी पानी इकट्ठा ना होने दें।
घर के कूलर, वाटर टेंक, छत पर पड़े हुए टायर, या ऐसे बर्तन जिनमें पानी इकट्ठा हो रहा हो को तुरंत खाली कर पानी इकट्ठा ना होने दें।
घर में या आस-पास यदि मच्छर हो तो कीटनाशक का छिड़काव अवश्य करें।


डेंगू या मलेरिया के लक्षण दिखाई देने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर अपना परीक्षण करवाएं।
अभियान के शुभारंभ अवसर पर मुख्य नगरपालिका अधिकारी एन.के. पारसनिया के साथ पूर्व पार्षद कालू भट्ट, सहायक यंत्री अनिल धुर्वे, राजस्व निरीक्षक मनोहरसिंह जावरिया, स्वास्थ प्रभारी शिवप्रसाद, स्वच्छता पर्यवेक्षक विनोद सांगते, स्थापना प्रभारी मनीष श्रीवास्तव, लेखापाल अनिरूद्ध नागर, उपयंत्रीद्वय आदित्य तलनीकर, आयूषी भावसार, गबू सोनी, नारायण सोलंकी, सुभाष सिसौदिया, मोहम्मद इसरार, कमरूद्दीन, मनोहर विश्वकर्मा, कपिल पटले, जमादार अमरदीप सांगते, ज्ञानसिंह, त्रिलोक, आशीष बैरागी, परमानंद सहित अन्य नपाकर्मचारीगण मौजूद थे।  

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