आष्टा। लगातार दूसरे वर्ष भी लगता है किसानों के सामने फिर बड़ी समस्या आने वाली है.! खेतो में अच्छी दिख रही लहलहरती सोयाबीन की फसल पर कई तरह की इल्लियों के प्रकोप से फसलों में विपरीत प्रभाव कही अधिक कही कम नजर आने लगा है। फसलों को बचाने,कीट प्रकोप से रक्षा को लेकर किसान सोयाबीन पर कई बार कीटनाशक दवा का स्प्रे कर चुका है,फिर भी परिणाम अभी अच्छे आये ऐसे आसार कम नजर आ रहे है।
आज भारतीय किसान संघ आष्टा द्वारा सोयाबीन की फसल में अफलन एवं बांझपन की समस्या से परेशान,पीड़ित किसानों की समस्या को लेकर खराब हुई सोयाबीन की फसल को लेकर तहसील में प्रदर्शन कर एसडीएम को एक ज्ञापन सौप खराब हुई सोयाबीन की फसलों का ग्राम ग्राम,खेत खेत पहुच कर सर्वे की मांग की।
ज्ञापन में गत वर्ष के बीमा दावा एवं राहत राशि भी नही मिलने का भी मुद्दा किसान संघ ने उठाते हुए अनुविभागीय अधिकारी आष्टा से मांग की की ज्ञापन में उठाये सभी मुद्दों पर जल्द से जल्द सर्वे के साथ सभी मुद्दों पर कार्यवाही शुरू हो एवं किसानों की समस्याओं का शीघ्र निराकरण कराया जाए। किसान संघ ने स्थानीय प्रशासन को चेतावनी दी की किसानों की समस्याओं का निराकरण नहीं होता है तो भारतीय किसान संघ को मजबूरन धरना,प्रदर्शन, आंदोलन का मार्ग अपनाना पड़ेगा।
ज्ञापन अवसर पर किसान संघ की प्रांत कार्यकारिणी सदस्य सूरज सिंह ठाकुर, जिला अध्यक्ष भीम सिंह ठाकुर, भारतीय किसान संघ तहसील अध्यक्ष आष्टा राकेश वर्मा, कोषाध्यक्ष जगदीश डाबरी, तहसील मंत्री दरियाव सिंह पांचाल, तहसील उपाध्यक्ष सचिन पटेल चामसी,चंदर सिंह ठाकुर,
विजेंद्र सिंह मोरुखेड़ी, बलवान सिंह मोरू खेड़ी, कृपाल सिंह मेवाडा, चंद्र सिंह मेवाडा, महेंद्र सिंह वर्मा, थान सिंह मेवाडा, धर्म सिंह माली खेड़ी, सुभाष पगारिया, धर्म सिंह, ज्ञान सिंह मेवाडा, विक्रम सिंह यादव, विक्रम सिंह मेवाडा सहित अन्य किसान हाथों में बांझ हुआ सोयाबीन लिये अन्य किसान संघ कार्यकर्ता मौजूद थे।