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भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने देर रात्रि में मंत्रालय के स्टेट सिचुएशन रूम में पहुंचकर वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जिलों में आपदा प्रबंधन की समीक्षा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिलों के कलेक्टर कमिश्नर पुलिस अधीक्षकों और डीआईजी ,आई जी आदि से चर्चा कर विस्तार से जानकारी प्राप्त की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शिवपुरी,श्योपुर, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना ,गुना और अशोक नगर जिलों में अति वर्षा और बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि वायु सेना श्योपुर और शिवपुरी जिले में रवाना हो गई है। आगामी कुछ घंटों में रेस्क्यू ऑपरेशन प्रारंभ होगा।

सहायता के लिए वायु सेना की मदद ली गई है। उल्लेखनीय है मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज प्रधानमंत्री श्री मोदी को प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जिलों की जानकारी दी थी। इसके साथ ही रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह से भी चर्चा की थी। उन्होंने रक्षा मंत्री से सेना की सहायता के लिए अनुरोध किया था। मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रयासों से सेना के कॉलम प्रभावित जिलों में रवाना हो गए हैं। समीक्षा बैठक के पश्चात मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह राहत की बात है कि अधिकांश जिलों में जलस्तर कम हो रहा है।

कोई जनहानि नहीं हुई है करीब 2000 नागरिकों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। सरकार और प्रशासन का यही धर्म और कर्तव्य है। हमारे प्रयत्न सफल होंगे। सेना सहित एनडीआरएफ और एसडीआरएफ का पूरा सहयोग मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने जिलावार समीक्षा की
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रात्रि में मंत्रालय में सभी जिलों जहां अधिक वर्षा और बाढ़ की स्थिति है ,वहां के अधिकारियों से चर्चा कर जानकारी प्राप्त की। आपदा प्रबंधन की कोशिशों को जारी रखने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सबसे पहले ग्वालियर कमिश्नर से चर्चा की। इसके पश्चात कलेक्टर,शिवपुरी से जानकारी ली।कलेक्टर ने बताया कि जल स्तर घट रहा है।

सात सौ से ज्यादा लोग रेस्क्यू कर निकाले जा चुके हैं। कोई जन हानि की आशंका नहीं है। सेना के जवान शिवपुरी जिले में नरवर और पोहरी क्षेत्र में आज रात्रि पहुंच जायेंगे। विजयपुर एसडीएम ने बताया करीब सौ लोगों को कल और बीस लोगों को बाढ़ से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। श्योपुर में ज्वालापुर और तीन अन्य ग्रामों में पक्के मकान कम हैं,ये भी सुनिश्चित किया जा रहा कि ज्यादा लोग पक्के मकानों में जमा न हों,क्योंकि भवन धसक सकते हैं, इन्हें अन्य सुरक्षित और ऊंचाई के स्थानों पर पहुंचाने का कार्य किया गया है। कलेक्टर,दतिया ने ग्राम पाली और अन्य बाढ़ प्रभावित के संबंध में जानकारी दी। सेना के अधिकारी ने भी सहायता कार्यों की जानकारी दी।


चारों कालम कार्य प्रारंभ कर चुके हैं। जीवन रक्षक बोट सहित चिकित्सा उपकरण भी साथ हैं।
भिंड के अधिकारियों ने बताया लहार के पास आपदा प्रबंधन कार्य हो रहे।कुछ ग्रामों में जल स्तर बढ़ा था,रोगियों और बुजुर्ग लोगों को ध्यान में रखकर पहले सुरक्षित किया गया। गुना कलेक्टर ने बताया कि जिले में स्थिति नियंत्रित हो रही। एसडीआरएफ का दल तैनात है।
मुरैना कलेक्टर ने बताया खतरे के निशान से ज्यादा पानी है,लेकिन वास्तविक खतरे की स्थिति नहीं है।एक स्थान पर टापू बन गया था।सवा सौ लोगों को सुरक्षित किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा आपदा से निपटने की तैयारी रखें।ताकि स्थिति असामान्य हो तो सामना किया जा सके। भोपाल के एडीआरएम गौरव सिंह ने बताया कि गुना ग्वालियर रेल सेक्शन बंद है। ट्रेनें डायवर्ट की गई हैं। जिलों के स्थानीय प्रशासन के सहयोग से कोई हानि नहीं हुई।रेल संपत्ति की कोई क्षति नहीं हुई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रभावित जिलों में कार्य कर रहे आपदा दलो की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए उनसे इसी तरह सजग,तत्पर रहने की अपेक्षा की ।

राहत में लगे अफसरों, आपदा दलों और सेना का मनोबल बढ़ाया मुख्यमंत्री ने
 मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अधिकारियों से बातचीत करते हुए कहा कि मुझे विश्वास है आप लोगों के प्रयास सफल होंगे। सेना की भूमिका सदैव सराहनीय रही है। एस डी आर एफ का सहयोग लें।यह परीक्षा की घड़ी है। अधिकारी युक्ति और बुद्धि से कार्य लेते हुए स्थिति को सामान्य बनाने में जुट जाएं। वीडियो कांफ्रेंस में अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा,मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री मनीष रस्तोगी, ओएसडी मुख्यमंत्री कार्यालय श्री मकरंद देउसकर, आयुक्त जनसंपर्क डॉ. सुदाम खाड़े, श्री नंद कुमारम और गृह विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित हैं।

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