भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में प्रदेश में 7 अगस्त को अन्न उत्सव मनाया जायेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। प्रदेश की 25 हजार 435 राशन दुकानों से खाद्यान्न वितरण होगा। प्रत्येक दुकान पर प्रतीकात्मक रूप से 100 हितग्राहियों को थैले में राशन दिया जायेगा। दुकानों पर यह आयोजन कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए होगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की सभी उचित मूल्य दुकानों पर 100-100 लोगों के जुड़ने से 25 लाख से अधिक व्यक्ति कार्यक्रम से जुड़ेंगे। साथ ही सोशल और इलेक्ट्रानिक मीडिया के माध्यम से भी प्रदेशवासी वर्चुअली जुड़ेंगे। यह प्रदेश का ही नहीं अपितु देश का एक प्रमुख कार्यक्रम होगा। प्रत्येक दुकान के लिए एक नोडल अधिकारी बनाया जायेगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंत्रि-परिषद की बैठक के पूर्व संबोधन में यह बात कही। मंत्रि-परिषद की बैठक वंदे-मातरम के गान के साथ आरंभ हुई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में हुई वर्षा पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इससे फसलों को जीवन मिला है।
44% जनसंख्या को लग चुका है कोरोना वैक्सीन का पहला डोज़
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में टीकाकरण अभियान में 2 करोड़ 42 लाख लोगों को पहली डोज़ दी जा चुकी है। इस प्रकार प्रदेश की 44% पात्र जनसंख्या को पहला डोज लगाया जा चुका है। प्रदेश में 47 लाख 30 हजार लोगों को वैक्सीन का दूसरा डोज़ भी लगाया जा चुका है, जो पात्र जनसंख्या का 9% है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में दस के वायल से 11 लोगों को वैक्सीनेट करने के प्रयास निरंतर जारी हैं। जुलाई माह में 25 लाख लोगों को टीके लग चुके हैं। अगस्त माह में भी अधिक से अधिक टीकाकरण हो। इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंत्रीगण को अपने जिलों में टीकाकरण अभियान की निरंतर मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना टेस्ट भी जारी रहें। कल कोरोना के 11 नये पॉजिटिव प्रकरण आये थे। कोरोना संक्रमण के संबंध में सतर्क रहना आवश्यक है। मंत्री अपने-अपने प्रभार के जिलों में कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन और टेस्टिंग के लिए जन-सामान्य को निरंतर प्रेरित करें।
“पालकों की अनुमति से ही विद्यार्थी स्कूल आएँ”
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में प्रतीकात्मक रूप से शालाओं का संचालन आरंभ किया गया है। मंत्री अपने जिलों में शालाओं की व्यवस्था का निरीक्षण आवश्यक रूप से करें। शालाओं में कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन सुनिश्चित किया जाए तथा पालकों की अनुमति से ही विद्यार्थी स्कूल आएँ।