आष्टा। शासकीय सेवा में स्थानांतरण एक स्वभाविक प्रक्रिया हैं। मुझे आप सभी का अपार स्नेह एवं सहयोग मिला। इसी कारण मैं बेहतर तरीके से न्यायिक सेवा दे सकी। आष्टा अधिवक्ता संघ, सभी वरिष्ठ एवं कनिष्ठ अधिवक्तागण ने भरपूर सहयोग किया। मेरी पूरी न्यायिक सेवा में आष्टा का कार्यकाल अविस्मरीय एवं प्रेरणादायक रहेगा।
सभी अधिवक्तागण, न्यायलयीन कर्मचारीगण के सहयोग से हमने आष्टा न्यायालय परिसर में सुंदर पार्क का भी निर्माण किया, जो कि चिरस्थायी स्मृति में सदैव रहेगा। नागरिको को सुलभ न्याय मिले इस दिशा में अधिवक्ता संघ सदैव रचनात्मक तरीके से कार्य करता रहे। पक्षकारो के मध्य विवादो का निराकरण लोक अदालत, मीडिऐशन के माध्यम से हो, इस दिशा में भी अधिवक्तागण ओर अच्छे से प्रयास करते रहे। उक्त उद्गार प्रथम अपर जिला न्यायाधीश सुश्री सरिता वाधवानी ने आष्टा अधिवक्ता संघ द्वारा बार कक्ष में आयोजित बिदाई समारोह में व्यक्त किये।
द्वितीय अपर जिला न्यायधीश प्रदीप राठौर ने भी आष्टा अधिवक्ता संघ की प्रशंसा करते हुए कहा कि आष्टा अधिवक्ता संघ के विषय में जैसा पदस्थापना के पूर्व सुना था, उससे कही ज्यादा सकारात्मक तरीके से सहयोग करने वाला संघ हैं। अधिवक्ता संघ अध्यक्ष तेज सिंह भाटी एडवोकेट ने स्थानांतरित होकर जा रहे दोनो न्यायधीश के कार्य एवं व्यवहार की प्रशंसा करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामनाये की। वरिष्ठ अधिवक्ता आर.एम. धारवां, बी.एस. ठाकुर सेमलीबारी, नगीनचंद जैन एडवोकेट, राधाकृष्ण धारवां एडवोकेट, भूपेन्द्र राणा एडवोकेट एवं सुरेन्द्र परमार एडवोकेट ने भी अपने संबोधन में दोनो न्यायधीशगण की उत्कृष कार्यो की प्रशंसा की।
बिदाई समारोह में न्यायधीशगण मनोज भाटी, सारिका भाटी, आयुषी गुप्ता भी उपस्थित रहे। द्वय न्यायधीगण को अधिवक्ता संघ द्वारा स्मृति चिन्ह एवं शाल श्रीफल देकर सम्मानित किया। आभार संघ के कोषाध्यक्ष सुनिल कचनेरिया एडवोकेट ने व्यक्त किया। इस अवसर पर अधिवक्तागण दिनेश भूतिया, के. एल. जोशी, एम.पी. शुक्ला, सी.के. जैन, नरेन्द्र जोशी, सौभाग्य सिंह ठाकुर, सौभाल सिंह ठाकुर, प्रेम बडगुजर, लखन खंडारे, अब्दुल वहाब, पंकज मुकाती पल्लव जैन, सीताराम परमार, सी.एल. चंद्रवंशी, सुधीर जोशी, सांवत सिंह बडगुर्जर, रामेश्वर धनगर, रवि विश्वकर्मा, निर्मल विश्वकर्मा सहित अन्य अधिवक्तागण उपस्थित थे।