आष्टा । संत श्री गोविंद जाने के श्रीमुख से चल रही श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस आज भगवान श्री कृष्ण जी का जन्मोत्सव मनाया गया । कृष्णजन्मोत्सव में बड़ी संख्या में माता बहने भक्त शामिल हुए। पांडाल में बाल गोपाल के जन्म पर भगवान के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं का ताता लगा रहा । भगवान कृष्ण के जन्म पर प्रकाश डालते हुए धर्म मार्ग को प्रेषित करने के लिए गोविंद जाने ने कहा कि कर्म का मूल संकल्प शक्ति होता है ।
अगर संकल्प मजबूत हो तो जगदीश्वर को भी आना पड़ता है। आप जिस कार्य को करते हैं, अगर मन लगाकर मजबूती से अनुरूप क्रिया करेंगे तो सफलता अवश्य प्राप्त होती है ।गोविंद जाने ने कहा कि ध्यान रखना कभी भी रावण की तरह मत देखना,
मत खाना और उनके जैसा व्यवहार मत करना । जो ऐसा करते है, ऐसे लोगों से रिश्ता तोड़ देना चाहिए । चाहे वह अपना रिश्तेदार ही क्यों ना हो । जो मनुष्य होते हुए भी पशु की तरह खाना खाता हो, पशु की तरह व्यवहार करता हो, एसे लोगों को मर्यादा का पाठ पढ़ाने रघुनाथ को धरती पर अवतार लेना पढ़ता हैं ।
अयोध्या में जब श्री राम जी की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी उस समय भारत के हर कोने में हर गली मोहल्ले में बैकुंठ जैसा लग रहा था । धन्यवाद उन माता-पिता को, जो मरने से पहले पांच प्रकार की संपत्ति अपने बच्चों को सदगुण के रूप में दे कर जाते हैं ।
एक बात ध्यान रखना कम बुद्धि हमेशा विवाद करवाती है और सद्बुद्धि संवाद करती है । इसलिए बुद्धि को बढ़ाओ
आप जिस घर में रहते हो उस घर का माहौल इतना शुद्ध और सुंदर बना दो कि वहां पर पैदा होने वाली संतान संस्कारी बन जाए ।
गृहस्थ आश्रम को सुधार लो क्योंकि गृहस्थ आश्रम सबसे बड़ा आश्रम होता है । चार तरह के ज्ञान अपने आप प्रकट होते है । जब शराब के पीने से पूरा घर परिवार खत्म हो जाता है, तब अनावश्यक कार्यों से बहुत कर्ज हो जाता है । तब बड़ी बीमारी घेर लेती है । गोविंदजाने ने कहा की दरिद्रता और अशांति से दूर होना चाहते हो तो पांच जगह से झूटन को चुरा लेना
गाय को रोटी दो तब थोड़ा सा टुकड़ा, कन्या भोजन करवाओ तब थोड़ी सी झूटन,जब संत महात्मा भोजन करते हो तब ।
लोहे की तलवार के आगे, चरित्र भजन ओर आस्था की तलवार जीत जाती है । 5 तरह की पूंजी आपके परिवार के लिए इकट्ठा कर लेना चरित्र की, व्यवहार की,संस्कार की, भलाई की और भजन की ।
आज कथा में कथा श्रवण करने मुख्य रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मेवाडा, नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाडा, नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि कोठरी राधेश्याम दलपति,अनोखी लाल खंडेलवाल, मेहरबान सिंह मुंदी खेड़ी, नानूराम मेवाड़ा, रूपेश राठौर, विशाल चौरसिया, रवि शर्मा, मनोहर मंडलोई सहित बड़ी संख्या में भागवत प्रेमी उपस्तिथ रहे ।