आष्टा । स्थानीय प्रशासन एवं पुलिस ने आज आष्टा अनुविभाग के आष्टा थाना एवं पार्वती थाने की संयुक्त रूप से शांति समिति की बैठक आगामी बड़े,एवं महत्वपूर्ण त्योहारों को शांति एवं सदभाव के साथ मनाने हेतु जनपद पंचायत के सभा कक्ष में आयोजित की।
आज संपन्न हुई बैठक पूरी तरह जिम्मेदार अधिकारीयो की अचानक आई वीसी की सूचना उसमे शामिल होने के कारण बैठक मात्र रस्म अदायगी की तरह सम्पन्न हुई। बैठक में जो लोग आये वे भी आज की बैठक से संतुष्ट नजर नही आये। वही आज दो थानों की शांति समिति की बैठक जिसमें लगभग 100 से 150 लोग सदस्य हैं उसमें से मात्र 25 से 30 लोग उपस्थित हुए ।
यह भी प्रशासन के लिए चिंता का कारण होना चाहिये। उसकी चिंता प्रशासन को है या नहीं यह अलग बात है । आज आने वाले त्योहार धुलेंडी, होली, रंग पंचमी, ईद व अन्य त्योहारों को लेकर शांति समिति की बैठक आहूत की गई थी। बैठक में बातचीत के के दौरान उपस्थित सदस्यों ने भी इस बैठक में गिनती के सदस्यो की उपस्तिथि को लेकर चिंता जाहिर की ।
आखिर ऐसा क्या कारण बना कि जिन दोनों थानों की शांति समिति के सदस्यों की संख्या 100 से 150 हो उस समिति की बैठक में मात्र 25 से 30 लोग ही उपस्थित हो.? बताया जाता है कि प्रशासन अक्सर शांति समिति की बैठक जनपद पंचायत के सभा कक्ष में आयोजित करता है जो शहर से काफी दूर होने के कारण
शांति समिति के सदस्य उक्त बैठक में जाना पसंद नहीं करते हैं । पूर्व में हमेशा शांति समिति की बैठक या तो तहसील कार्यालय में हुआ करती थी या पुराना थाना या नए थाने में आयोजित होती थी । लेकिन कुछ समय से शांति समिति की बैठक जिस तरह से जनपद पंचायत के सभा कक्ष में आयोजित की जाने लगी तभी से शांति समिति के सदस्यों की संख्या बैठक में पहुंचने वालों की काफी कम हो गई है ।
इस में शांति समिति का भी अब पुनर्गठन होना चाहिए कई ऐसे सदस्यों के नाम शांति समिति की सूची में शामिल है जिनका कई कई बैठक में नहीं पहुंचे । इसे भी प्रशासन और पुलिस को गंभीरता से लेना होगा एवं दोनों थानों की समिति को पुनर्गठित करना चाहिये..! आज सम्पन्न बैठक में एसडीओपी श्री आकाश अमलकर,थाना प्रभारी चिन्मय मिश्रा,रविन्द्र यादव पूरे समय उपस्तिथ जरूर रहे।