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आष्टा।आष्टा तहसीलदार एवं रीडर को निलंबित किये जाने का मामला दूसरे दिन भी तहसील कार्यालय परिसर में चर्चा का विषय रहा। वही आयुक्त डॉक्टर पवन कुमार शर्मा के समक्ष ग्राम सामरदा के राज किशोर एवं मुरादपुरा के उरजन सिंह ने भी अपने मामूली कार्य नहीं किए जाने की शिकायत की तथा यह भी बताया कि नक्शे में बटान नहीं कर रहा है। पटवारी और तहसीलदार भी उन्हें कुछ नहीं कह रहे हैं। दूसरे किसान ने बताया कि मेरा बंटवारा गलत दर्शा दिया गया ,उसे सही नहीं कर रहे हैं ।5 साल हो गए और पांच पटवारी और पांच तहसीलदार भी बदल चुके हैं। क्या इस कार्यवाही से अब तहसील में सुधार होगा।


संभागायुक्त डा शर्मा के औचक निरीक्षण में ग्रामीणों ने की शिकायत
भोपाल कमिश्नर डॉक्टर पवन कुमार शर्मा द्वारा कल किए गए आष्टा तहसील कार्यालय का औचक निरीक्षण में जो ढोल की पोल उन्होंने तहसीलदार की कुर्सी पर बैठकर टेबल पर रखी फाइलों को चेक करने में पाई, उनके कुछ घंटे बाद ही कमिश्नर द्वारा तहसीलदार श्रीमती नीलम परसेंडिया एवं उनके रीडर लखनसिंह सोलंकी को निलंबित किये जाने की खबर आ गई ।

ब्रेकिंग-न्यूज….आधे दिन का अवकाश 22 को घोषित

कल भोपाल कमिश्नर डॉक्टर पवन कुमार शर्मा अपने साथ लगभग 40 से 45 फाइल दो लाल कपड़े के बस्तों में बांधकर अपने साथ ले गए थे अपने साथ एसडीएम आनंद सिंह राजावत को भी लेकर गए थे उनकी उपस्थिति में ही उन फाइलों की फोटो कॉपी करवा कर मूल दस्तावेज उनके हाथ वापस भी भेजे कि इनका निराकरण समय सीमा में कराया जाए तथा व्यवस्थित फाइलों पर प्रकरण को दर्ज किया जाए ।

निश्चित रूप से उन्होंने जिस तरह चावल की हांडी में से एक चावल को मसककर देखा जाता है जिससे पूरे चावल पके या ना पके का अंदाजा लग जाता है । ठीक उसी प्रकार कल आयुक्त डॉ पवन कुमार शर्मा ने दो,चार फाइल की जांच कर समझ लिया कि तहसील कार्यालय में चावल की हांडी की हालत क्या है ? आष्टा तहसील कार्यालय जब से तहसीलदार श्रीमति परसेंडिया पदस्थ हुई तभी से तहसील सुर्खियों में है । इसके पूर्व भी नगर के एक भाजपा नेता से एक नामांतरण के नाम पर जो राशि वसूली गई थी

तथा उसकी फाइल में जो कुछ उल्टा सीधा किया गया था और उसकी शिकायत कलेक्टर के समक्ष मय प्रमाण की गई थी। बाद सब सही है के तहत नामांतरण किया तथा नामांतरण के नाम पर जो राशि ली गई थी वो भी वापस हुई थी । जो समाचार पत्रों की सुर्खियों में बनी थी और उसे तहसील कार्यालय काफी बदनाम भी हुआ था । उम्मीद की जा रही थी कि उसके बाद से तहसील कार्यालय में अमूल चूल सुधार होगा ।

ये राजकिशोर है जो एक साल से परेशान है..

लेकिन शायद यह आम नागरिकों की गलतफहमी थी। तहसील कार्यालय में जो पहले चल रहा था वही ढर्रा बाद में भी चला आ रहा था। अब निश्चित रूप से उक्त कार्रवाई जो पूर्व में होना थी ,वह अब हुई है। निश्चित इसके बाद कोई ना कोई सुधार की उम्मीद की जा रही है। आयुक्त को सामरदा निवासी राजकिशोर ने बताया कि नक्शे में बटान नहीं आ रहा हैं ।पटवारी एक साल से परेशान कर रहा है । तहसीलदार भी पटवारी को कुछ नहीं कहती है, अनेकों बार शिकायत कर चुके हैं।उक्त मामले को 4 बजे तक करने के निर्देश एसडीएम को आयुक्त ने दिए थे।

5 साल से किसान उर्जन सिंह परेशान है

इसी प्रकार मुरादपुरा निवासी उरजन सिंह ने आयुक्त डॉ शर्मा को बताया कि 5 साल से बंटवारा गलत दर्शाने के कारण परेशान हो रहा हूं। पांच पटवारी और पांच तहसीलदार बदल चुके हैं, लेकिन मेरा कार्य नहीं हो रहा है ।रिकार्ड दुरुस्त नहीं कर रहे हैं। मेरी जमीन दूसरे के नाम कर दी और दूसरे की जमीन मेरे नाम पर चढ़ा दी है। कमिश्नर के निरीक्षण के बाद निलंबित किये गये रीडर लखन सोलंकी निलंबित अवधि में जिला कार्यालय सीहोर रहेगा इनका मुख्यालय

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