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आष्टा । आष्टा का सिविल अस्पताल इन दोनों फिर चर्चाओं में बना हुआ है । आज जो घटना सूत्रों के माध्यम से आष्टा हैडलाइन तक पहुंची निश्चित अगर वह घटना घाटी है तो सिविल अस्पताल के लिए आज का दिन काला दिन के रूप में माना जाएगा ।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सिविल अस्पताल आष्टा के प्रशासनिक भवन में आज दो जिम्मेदारों के बीच किसी बड़े मामले को लेकर जो कारण बना वह कारण इतना उग्र हुआ की मारपीट में बदल गया ।

जिस वक्त यह घटना घटी उस वक्त सिविल अस्पताल के कई जिम्मेदार लोग प्रशासनिक भवन के गलियारों में भी उपस्थित थे तथा वहां के सीसीटीवी कैमरे में भी उक्त घटना रिकॉर्ड हुई है ।

सबसे पहले सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आज प्रातः सिविल अस्पताल के दो जिम्मेदारों में किसी बात को लेकर तकरार हुई, तकरार के बाद वाद विवाद बड़ा और बाद विवाद ने मारपीट का रूप ले लिया ।

जो निश्चित रूप से सिविल अस्पताल आष्टा के इतिहास में काला दिन के रूप में देखा जाएगा । इसकी सूचना पीड़ित ने स्वास्थ्य संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारीयो तथा सीएमएचओ कार्यालय,आष्टा पुलिस को भी सूचना दी है ।

दी गई सूचना के आधार पर जिला चिकित्सालय से आज एक जांच दल भी आष्टा सिविल अस्पताल पहुंचा तथा उन्होंने पीड़ित से पूरी घटना की जानकारी लेते हुए घटना के कारण की बात पूछी । पीड़ित ने पूरी जानकारी जांच दल के रूप में आए दल के सामने प्रस्तुत कर दी है। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जो जांच दल आया उसने पूरा रिकॉर्ड सीहोर तलब किया है ।

जब इस तलब किए गए रिकार्ड की अगर जांच होती है तो निश्चित रूप से सिविल अस्पताल आष्टा में एक बड़ा भांडा भी फुट सकता है.? “लेकिन अपनी कौन उगाड़े” की तर्ज पर इसकी उम्मीद कम है । इस घटना को लेकर जब हमने सीएमएचओ डॉ सुधीर डेहरिया से चर्चा कर मामले की जानकारी लेना चाही पर उन्होंने मोबाइल नही उठाया।

इनका कहना है..
जब इस संबंध में बीएमओ डॉक्टर सुरेश माहौर से चर्चा की तब उन्होंने बताया कि वह ग्रामीण क्षेत्र के भ्रमण पर हैं तथा ऐसी कोई घटना सिविल अस्पताल में नहीं घटी है । जन उन्हें बताया की घटना की सूचना पर सीहोर से जांच दल भी आष्टा पहुचा था

तब बीएमओ ने कहा कि जो टीम आई वो तो जांच के रूटीन में आई थी,कई विषय होते है जैसे सीएम हेल्पलाईन, जननी सुरक्षा आदि की जानकारी जांच हेतु आती रहती है । जब उन्हें अस्पताल में दो कर्मियों के बीच मारपीट की जानकारी दी की ऐसी घटना घटी है, तब उन्होंने इस घटना से पूरी तरह से इनकार किया– डॉ सुरेश माहौर बीएमओ सिविल अस्पताल आष्टा

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