आष्टा । मानहानि के एक मामले में सूरत की एक कोर्ट द्वारा कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाई जाने के बाद लोकसभा की उनकी सदस्यता खत्म होने की कार्यवाही को लेकर आज आष्टा में कांग्रेस सड़क पर तो आई लेकिन उसका धरना प्रदर्शन फ्लॉप हो गया क्योकि किये गये धरना प्रदर्शन में भीड़ नही जुट पाई,कांग्रेस के ही कई नेता,पदाधिकारी,जनप्रतिनिधि नदारत नजर आये।
मप्र के पूर्व मंत्री श्री सज्जनसिंह वर्मा के नेतृत्व में दिये गये धरना प्रदर्शन को जिला अध्यक्ष डॉ बलवीर तोमर,पूर्व नपा अध्यक्ष कैलाश परमार,हरपाल ठाकुर सहित अन्य वक्ताओं ने संबोधित कर राहुल गांधी की संसद की सदस्यता खत्म करने को लोकतंत्र की हत्या बताते हुए लोकतंत्र की रक्षा के लिये हर कुर्बानी देने को कांग्रेस कार्यकर्ता तैयार है की बात कही।
धरना प्रदर्शन के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए पूर्व मंत्री कांग्रेस नेता सज्जनसिंह वर्मा ने कहा की मोदी सरकार कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की सफलता के साथ राहुल गांधी ने जब 2 ओर यात्रा करने की बात कही उससे भाजपा घबराई हुई है।अडानी के इशारे पर कार्यवाही का आरोप लगाते हुए वर्मा ने कहा की जब न्यायालय ने सजा सुनाने के बाद अपील का एक माह का समय दिया तो कार्यवाही की ऐसी क्या जल्दी थी।
उन्होंने कहा हमे उम्मीद है दो तीन दिन में हमे न्याय मिलेगा।वर्मा ने एक ओर गम्भीर आरोप लगाया कि केंद्र की सरकार अदानी के इशारों पर चल रही है,इस सरकार ने देश मे एक तरह से अघोषित आपातकाल लगा रखा है,विपक्ष की आवाज को कभी माइक बन्द कर कभी सदस्यता खत्म कर रोकने के प्रयास किये जा रहे है। आज देश मे लोकतंत्र मरणासन्न अवस्था मे है,कांग्रेस इस लोकतंत्र को कभी मरने नही देगी उसे आंदोलन रूपी औषधीय से जीवित करेंगे। वर्मा के कहा इस तरह के आंदोलन तो सांकेतिक है हम तो राहुल गांधी और हाईकमान से परमिशन मांगेंगे की जेल भरो आंदोलन की परमिशन दे।
धरना प्रदर्शन का संचालन जाहिद गुड्डू ने किया एवं आभार हरपाल ठाकुर ने व्यक्त किया।
“घोषित ब्लॉक अध्यक्षो से नाराजी भी उभर कर सामने आई”
दो दिन पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष बलवीर तोमर ने लम्बे समय से कांग्रेस की गुटबाजी के कारण ब्लॉक अध्यक्षो की घोषणा रुकी थी,जिसे घोषित करते ही नाराजी का नजारा आज आंदोलन में नदारत चेहरों से नजर आया। आज सोशल मीडिया पर तो कांग्रेस के एक ग्रामीण कवि नेता ने तो एक पोस्ट डाल कर एक नेता द्वारा कांग्रेस को कैप्चर करने जैसा गम्भीर आरोप तक लगा दिया।
ब्लॉक अध्यक्षो के नामों की घोषणा से अभी नाराजी मौन है,लेकिन विस्फोट जरूर होगा ऐसा आभास आज के आंदोलन ने दे दिया है..?