आष्टा। कल रात्रि में करीब 8 बजे रातीबड़ से टेनबी अंग्रेजी शराब के वेयरहाउस से बुलेरो वाहन क्रमांक MP 37 GA 1425 में उज्जैन के लिये 230 पेटी अंग्रेजी शराब की भर कर बिलकिशगंज से रवाना हुई,उक्त वाहन 11 से 12 बजे के बीच जब सरद्दी पर पहुची तभी करीब 8 बाइको पर आये अज्ञात लोगों ने बुलेरो को दोनों साइड से घेर कर रोका। बुलेरो के चालक राकेश मालवीय को अपने कब्जे में लेकर उसके हाथ पैर बांधे, आंखों पर पट्टी बंधी और उक्त वाहन को हाईवे से जंगल मे अज्ञात स्थान पर ले जा कर बुलेरो में भरी अंग्रेजी कीमती शराब की 230 पेटियों में से करीब 110 से 117 पेटी उतार ली।
बुलेरो चालक राकेश मालवीय ने उपरोक्त जानकारी देते हुए आगे बताया की घटना के बाद उसने आंखों की पट्टी हटाई हाईवे पर खड़ी 100 डायल के पास पहुच घटना बताई,वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों तक सूचना पहुची वे आये चालक से पूछताछ की। सोनकच्छ पुलिस ने घटना स्थल जावर थाना क्षेत्र का बता कर उसे जावर जाने को कहा,चालक जब जावर के लिये रवाना हुआ तो सीहोर जिले की सीमा पर लगी कानवाई पर तैनात पुलिस कर्मियों ने जांच की जब मामला ज्ञात हुआ तो जावर पुलिस ने उसे अपनी सीमा में आने ही नही दिया। चालक ने बताया परेशान होने के बाद उसने एक ढाबे वाले से उसका मोबाइल लेकर बुलेरो के मालिक को सूचना दी,पूरे मामले,घटना से अवगत कराया।
सूचना के बाद बुलेरो का मालिक अजबसिंह मालवीय मौके पर पहुचा। जावर पुलिस घटना को सोनकच्छ थाना क्षेत्र की बता रही है,सोनकच्छ पुलिस घटना को जावर थाना क्षेत्र की बात रही है,थानों की सीमा क्षेत्र के चक्कर मे पीड़ित कल रात से फुटबाल की तरह सोनकच्छ-जावर थाने के बीच भटक रहा है। दोनों थानों की पुलिस घटना की रिपोर्ट लिखने को तैयार नही है। बुलेरो के चालक राकेश मालवीय ने बताया की जब उसका ये वाहन रात 11 से 12 बजे के बीच बाइक सवारों ने घेरा रोका ओर जंगल मे ले गये वो स्थान जावर थाना सीमा का ही लगता है ओर जंगल में पेटियां उतार कर जब अज्ञात बाइक सवार बुलेरो एवं मुझे हाईवे पर छोड़ गये वो सोनकच्छ थाने का क्षेत्र लगता है।
चालक राकेश मालवीय का कहना है बुलेरो में करीब 110 से 117 पेटी कम है,चालक इसकी कीमत 55 लाख बता रहा है। इस मामले में जब हमने जावर टीआई श्री मदन इवने एवं सोनकच्छ टीआई से चर्चा की तब जावर टीआई श्री मदन इवने ने बताया की जावर थाना सीमा पर सरद्दी पर कानवाई लगती है रात्रि में जब ये वाहन सोनकच्छ से जावर सीमा में आ रहा था तब तैनात जवानों ने वाहन की जांच की जब वाहन से शराब की पेटियां अज्ञात लुटेरों द्वारा लूटने की घटना का ज्ञात हुआ तब इस वाहन को हमारे जवानों ने उसे सोनकच्छ थाने जाने की सलाह दे कर लोटा दिया था।
वही जब इस मामले में हमने सोनकच्छ टीआई श्री हितेश पाटिल से चर्चा की तो उन्होंने बताया की रात्रि में जानकारी मिली थी जब उसे मौके पर ले कर गये तो चालक ने घटना स्थल मेहतवाड़ा घाटी का बताया तब हमने उसे जावर थाने जाने का बोला। सबसे बड़ी बात दोनों टीआई कह रहे है हमारे पास वीडियो है,की ये जब हमारी सीमा में प्रवेश करने के लिये पहुचा उसके पहले ही घटना घट चुकी थी। इन दोनों थानों के पास जो वीडियो है उसकी भी जांच हो।
अब दो थानों की सीमा को लेकर फरियादी दो थानों के बीच रात से अभी तक फुटबाल की तरफ इधर से उधर भटक रहा है। इस मामले को दोनों जिलों सीहोर एवं देवास के एसपी को संज्ञान में लेने की आवश्यकता है ताकि पीड़ित के साथ जो घटना घटी उसका मामला दर्ज हो सके। अज्ञात लुटेरों ने 230 में से 117 पेटी ही क्यो उतारी, शंका का बड़ा कारण
इस मामले में एक शंका यह भी उभर कर सामने आ रही है की चालक के मुताबिक जो लोग वाहन को जंगल मे ले गये,शराब की पेटियां उतार कर वाहन एवं मुझे हाईवे पर छोड़ गये, जब वाहन में पेटियां गिनी तो 230 में से लगभग 117 पेटी कम निकली है यहा ये ही बड़ा प्रश्न है की जो लोग वाहन जंगल मे ले गये उन्होंने गाड़ी में से पूरी ही पेटियां क्यो नही उतारी, करीब 113 पेटी क्यो छोड़ी ये कही बहुत कुछ कहने के लिये जांच का बड़ा विषय भी हो सकता है.?
पीड़ित जो कुछ कह रहा है,बता रहा है,क्या वो वाकई में सही घटना है या ये कोई सोची समझी कहानी का हिस्सा है.?
इसके जैसे ओर भी कुछ प्रश्न ऐसे है जो जांच की मांग करते है.?
ओर अगर घटना घटी ही है तो पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज होना चाहिये।