“विश्व एड्स दिवस पर सिविल अस्पताल में जागरूकता को लेकर बनाई श्रृंखला”
सिविल अस्पताल आष्टा मे विश्व एड्स दिवस पर आज अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने मानव श्रखला बनाकर एड्स से बचाव हेतु आम जनता को जागरूक किया । उन्होंने इस लाइलाज बीमारी से बचाव व रोकथाम हेतु नागरिको को सलाह दी ।
इस अवसर पर मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डाँ जी डी सोनी.मोहन श्रीवास्तव बी ई ई, अजय श्रीवास्तव एचआईवी एड्स काउंसलर बी एस उमठ,अशोक नागर व समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
“पुलिस ने फरार वारंटी को दबोचा”
मुखविर से मिली सूचना पर आष्टा पुलिस को लम्बे समय से फरार चल रहे वारंटी को लेकर मुखविर से मिली सूचना पर नगर के पुराना दशहरा मैदान क्षेत्र से अकील पिता हबीब उल्ला पठान 38 साल निवासी पुराना दशहरा मैदान आष्टा को प्रधान आर अशोक यादव आरक्षक शुभम ,चेतन ने दबोचा
“सीहोर का एक बेटा हिमांशु गुप्ता का यूपीएससी में हुआ चयन
सीहोर को किया गौरवान्वित”
कहते है मेहनत करने वालों की कभी हार नही होती और प्रतिभा किसी से छिपाये नही छिपती । ऐसा ही उदाहरण सहज स्वभाव के धनी सतीष कुमार गुप्ता के सुपुत्र हिमांशु गुप्ता ने पेश किया
और वे युवाओं के लिये प्रेरणा स्त्रोत बने हैं। ज्ञातव्य है कि स्थानीय कुलदीप सेठी का बगीचा सीहोर के निवासी जन जातीय कार्य विभाग कलेक्ट्रेट सीहोर में पदस्थ सतीष कुमार गुप्ता के सुपुत्र हिमांशु गुप्ता के द्वारा यूपीएससी परीक्षा वर्ष 2023 में रिजर्व सूची में आईआरएमएस में चयन हुआ है।
इनकी इस उपलब्धि पर विधायक सुदेश राय, नपाध्यक्ष प्रिंस विकास राठौर, वरिष्ठ समाज सेवी राजाराम बड़े भाई, योगेश राठी, मो. युनूस खान, राजेन्द्र वर्मा, संजय त्रिवेदी, संजय शर्मा गप्पल, पार्षद नरेन्द्र राजपूत, पंकज शर्मा आदि ने
हिमांशु गुप्ता को शुभकामनाऐं दी है और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। हिमांशु ने अपनी सफलता का पुरा श्रेय अपने पिता सतीष कुमार गुप्ता, माता स्व.श्रीमती मिथलेश गुप्ता, छोटा भाई हेमन्त गुप्ता एवं अपने गुरुजनों को दिया है।
“भगवान के कहें वचनों पर अनुराग रखें — साध्वी सुनीता जी महाराज साहब”
महावीर भवन स्थानक आष्टा में पूज्य मधुबाला जी महाराज साहब सहित छः ठाणा विराजित है।पूज्य सुनीता जी महाराज साहब ने आशीष वचन देते हुए कहा कि जिनेश्वर भगवान की आराधना करने से अपने शरीर पर लगे हुए रज मेल हटने लगते हैं ।
भगवान ने जो कहा उनके वचनों पर अनुराग रखना चाहिए। आपको जनवाणी पर विश्वास ज्यादा की जिनवाणी पर, विश्वास ज्यादा यहां बैठे हो जब तक लगता है कि जिनवाणी सत्य है ,जनवाणी पर आज लोगों को कितना अधिक अंधविश्वास की नाई की दुकान पर गए तो उसने कहा कि गर्दन इधर मोड़ो, उधर मोड़ो ,ब्यूटी पार्लर पर आइब्रो बनवाने गए तो वहां आंखें नहीं खोलने का बोलेंगे तो आंख नहीं खोलेंगे ।
पूज्य सुनीता जी महाराज ने कहा भगवान ने कहा कि चार लोगसय का काव्यसग नवकार मंत्र का ध्यान आंख बंद कर करो तो उस पर आपको विश्वास नहीं, जनवाणी पर विश्वास ज्यादा है। पूज्य सुनीता जी महाराज साहब ने कहा छोटे बच्चों ने कहा मोबाइल दे दो तो भोजन करूंगा ,पर यह नहीं कि मेरे द्वार पर कोई आए उसको पहले भोजन कराऊ, उसके बाद में भोजन करूं। शास्त्रों में लिखा भी है कि अतिथि देवो भव। पहले अपने द्वार पर आये व्यक्ति को भोजन कराएं ,उसके बाद स्वयं भोजन करें ।
आपने कहा जनवाणी आपको भ्रमित कर रही है ,अनंत पुनवाणी का उदय होता है जब संत -सती का आगमन भव्य जीवों को मिलता है ।पाप सभी करेंगे, लेकिन धर्म वही करेगा जिसको समझ होगी ।जैन दर्शन गुणों की पूजा करता है ,जैन दर्शन व्यक्ति की पूजा नहीं करता है ,वह गुणों की पूजा करते हैं।आराध्य मंत्र नवकार महामंत्र है। एक नमो अरिहंताणम पद बोलने में 2 करोड़ जीवों को नमस्कार कर लिया जाता है। नमो सिद्धाणम बोलने से अनंत करोड़ चौबीसी को नमन किया जा सकता है।
तीनों पदों को मिलाकर दो हजार करोड़ जीवों को नमस्कार किया जा सकता है। जैन धर्म आपको मिला है ,एक माला नवकार मंत्र की भी आप गिनते हैं तो आप अपने धर्म जैनत्व पर खड़े रहते हैं। जैन धर्म हमें गर्व से मिला है ।आज महाराज साहब के सानिध्य में पाक्षीक पर्व पर श्रावक -श्राविकाओं ने जाप सामायिक ,प्रतिक्रमण, उपवास आयंबिल, एकासन आदि करके मनाया।
“प्रभु प्रेमी संघ कोठरी द्वारा ग्राम मानाखेड़ी में आयोजित होगा मासिक सत्संग”
जुनापीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी श्री अवधेशानन्द गिरी जी महाराज द्वारा संस्थापित प्रभु प्रेमी संघ कोठरी का मासिक सत्संग 01 दिसम्बर 2024 दिन रविवार को आयोजक पटेल बलदेव प्रसाद एवं अर्जुनसिंह पटेल एवं परिवारजन ग्राम मानाखेड़ी द्वारा उनके निज निवास श्रीधाम निवास मानाखेड़ी पर रात्रि 8 बजे से रात 10 बजे तक आयोजित होगा। प्रभु प्रेमी संघ शाखा कोठरी द्वारा सभी धर्मानुरागीजनो से सत्संग में पधार कर धर्म लाभ लेने का आग्रह किया है।
“धन की नहीं धर्म की वसीयत देवें, चक्रवर्ती विवाह कराना चाहिए– मुनिश्री निष्कंप सागर महाराज
अहिंसा का बहुत प्रभाव है –मुनिश्री निष्काम सागर महाराज”
संकल्प में शक्ति है।धन की नहीं धर्म की वसीयत देवें।जिसका एक गुरु होगा वह कोई गलत नहीं करेंगे।भले ही जिंदगी भर कुंवारे रहेंगे ,लेकिन गलत कदम नहीं उठाए।सदगृहस्थ बने, सामूहिक रात्रि भोजन बंद हो,जैन धर्म की पहचान धूमिल नहीं करें।
व्यक्ति जैसे – जैसे बुद्धिमान होता जा रहा है, लोगों के लिए परेशानी व दुःख का कारण बनता जा रहा है।हम जिनके आधीन है वह दुःखी तो नहीं यह ध्यान रखें। कुल, धर्म और राष्ट्र कलंकित हो रहा है तो हमें वहां रहने का अधिकार नहीं। कुल, राष्ट्र व धर्म के नियमों का पालन करना चाहिए।एक नियम पालन कर लेना।
जैन दर्शन के सिद्धांतों का पालन करें।ऐसा कोई कार्य नहीं करुंगा जिससे जैन कुल बदनाम हो।हम अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते हैं वीर प्रभु सहित 24 तीर्थंकरों के कुल में जन्म लिया है, उनके शासन में हमने जन्म लिया। उक्त बातें नगर के श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर मुनिश्री निष्कंप सागर महाराज ने समाज की विशेष बैठक को संबोधित करते हुए कहीं।मुनिश्री ने कहा वीर के शासन में हम मुनि उनकी चर्या का पालन कर रहे हैं।दूसरे के बारे में सोचते हैं ,पर स्वयं के बारे में नहीं सोचते हैं।
पर क्रिया पर ध्यान स्व क्रिया पर ध्यान नहीं।यह मोबाइल समाज में विकृतियां ला रहा है। मोबाइल के कारण परिवार में दूरियां, मोबाइल महिलाओं की दूसरी सौत है। जिनको प्रवचन व स्वाध्याय में आना चाहिए वह नहीं आतें हैं। मुनिश्री निष्कंप सागर महाराज ने कहा आज की बहू -बेटियों को धर्म से जुड़ना चाहिए।
जिनेंद्र भगवान के दर्शन करने जाते समय और घर से निकलते समय सीर पर चुन्नी होना चाहिए। बेटी समाज में ही शादी करें। रात 10 बजे बेटी का मोबाइल रखवा लेवे। बेटी अपने धर्म व कुल को कलंकित करें अर्थात गलत कदम उठाए तो उसे छोड़ दो,उसका तिरस्कार कर देवे। आगामी समय बहुत विकराल आ रहा है। तीर्थंकरों के कुल में जन्म लिया है, इस कुल को बदनाम नहीं करें। मतभेद हो लेकिन मनभेद न हो।
साधु समाज को तोड़ने वाले नहीं जोड़ने वाले है।चक्रवर्ती विवाह कराएं । मुनिश्री निष्काम सागर महाराज ने इस अवसर पर कहा कि पहले भी अहिंसा और अहिंसक विषय पर चर्चा की थी। भगवान महावीर के समय एक ताल पर शेर और गाय जलपान उत्कृष्ट भाव से कर रहे हैं।यह अहिंसा का प्रभाव है। वहां पर महावीर भगवान का समोशरण था।राजस्थान का वृतांत सुनाया
ऊंट विक्षिप्त होकर लोगों को घायल करते हुए आ रहा था।अहिंसा का पुजारी सामने हो तो हिंसा पर उतारू ऊंट आचार्य भगवंत विद्यासागर महाराज को देखकर अपने पैर पर बैठ कर नतमस्तक हुआ।यह अहिंसा धर्म का प्रभाव था। पूजा के समय नित्य जैन लोग देश, राष्ट्र में शांति की कामना करते हैं। मुनिश्री निष्काम सागर महाराज ने कहा धरती पर रहने वाले सभी लोगों, जीवों की शांति के लिए हम कामना करते हैं।
अहिंसा के पुजारी आचार्य भगवंत विद्यासागर महाराज ने गौशाला और हाथ करधा प्रारंभ कराया। जेल में बंदियों ने आचार्य भगवंत का आभार प्रकट किया था। उन्होंने अपराध छोड़कर हाथ करधा से जुड़े और आत्म निर्भर हुए।
निष्पक्ष सागर महाराज ने संदेश दिया,पंचायत व सामाजिक निर्णय, नियमों का समाजजन पालन करें। महत्वपूर्ण विषय की बैठक है। आने वाला समय बहुत खराब आ रहा है। समाज कड़े निर्णय ले। युवा गलत कदम नहीं उठाए। अन्य धर्म में शादी करने पर धन, धर्म और जीवन न गंवाएं।
समाज जनों ने मुनि द्वय के सानिध्य में करतल ध्वनि के साथ अनेक महत्वपूर्ण निर्णय पारित किए जिसमें विवाह व अन्य कार्यक्रम में रात्रि में भोजन नहीं कराने, शादी -विवाह के दौरान सड़क पर महिलाओं व बेटियों के नृत्य नहीं करने , चक्रवर्ती विवाह में पंचायत कमेटी सहयोग करेगी तथा धोती – दुपट्टे पहनकर विवाह समारोह चक्रवर्ती विवाह वाला संपन्न कराएंगे।आदि प्रमुख निर्णय लिए हैं।इस अवसर पर काफी संख्या में समाज के श्रावक – श्राविकाएं उपस्थित थे।
और लिखते लिखते…
नगर में लगातार ठंड का पारा गिरता जा रहा है। बढ़ती ठंड रात्रि में उन गरीबो के लिए सबसे अधिक परेशानी का कारण है जो भिक्षावृत्ति कर अपना जीवन यापन कर रात्रि में बन्द दुकानों के ओटलों, बस स्टैंड परिसर में,खुली फुटपाथ आदि
में सोते है,उनके लिये नगर पालिका को अब अपना रैनबसेरा व्यवस्तिथ कर ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करना होगा की ऐसे लोगो को रैनबसेरा में रात्रि में ठहराया जा सके और ठंड से बचाया जा सके..