
आष्टा। मैं मध्यप्रदेश से बहुत प्यार करता हूं क्योंकि यह बाबा साहब अंबेडकर की धरती है। में कोई राजनीति करने नहीं आया हु राजनीति-वाजनीति बाद में। आज बहनों के मान,सम्मान स्वाभिमान की लड़ाई लड़ने आया हु,बहनों के मान,सम्मान,स्वाभिमान के साथ चंद्रशेखर कोई समझौता नही करता है, ये कहना है भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद “रावण” का जो उन्होंने आज इंदौर से नेमावर जाते वक्त आष्टा बायपास पर भीम आर्मी के सैकड़ो कार्यकर्ताओ को सम्बोधित करते हुए कहे।

भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा की वो हर उस बहन,बेटी की चाहे वो किसी भी जाति,धर्म,मत की हो उसके मान सम्मान,उसके स्वाभिमान की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है,उस लड़ाई में पीछे नही हटूंगा।

चंद्रशेखर ने कहा नेमावर के पीड़ित परिवार को न्याय,ओर दोषियों को सजा मिले। अपने उद्बोधन के दौरान भीम आर्मी प्रमुख ने स्वागत के लिये उमड़ी भीड़ से आव्हान किया कि “चलो नेमावर” इस आव्हान पर सैकड़ो युवक चंद्रशेखर के काफिले के पीछे चल दिये।

नेमावर जाते वक्त जैसे ही भीम आर्मी का काफिला आष्टा बायपास पहुचा सैकड़ो युवा उनके स्वागत के लिए उमड़ पड़े,इस कारण काफी देर तक हाईवे पर वाहनों का आवागमन रुका रहा। जब उक्त काफिला कन्नोद रोड पहुचा यहा भी उनका स्वागत युवाओं ने किया।

आष्टा पहुंचे भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद रावण का बाईपास से लेकर कन्नौद रोड तक भव्य स्वागत और सम्मान किया गया सैकड़ों की तादाद में युवक नीले झंडे लेकर उनके स्वागत के लिए घंटों तक खड़े रहे। जब उनका काफिला नेमावर के लिए रवाना हुआ तब उनके पीछे आष्टा से भी सैकड़ों युवक अपने दुपहिया वाहनों से भीम आर्मी प्रमुख के काफिले के साथ नेमावर के लिए रवाना हो गये।
