सीहोर। सीहोर जिला मप्र के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान का गृह जिला है,सीएम के जिले में मध्य प्रदेश के लोकनिर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव के आदेशों निर्देशो की टोल प्लाजा के जिम्मेदार,शुल्क बसूली के लिए तैनात कर्मी आम नागरिको से तो अभद्रता के कई किस्से सुने गये अब तो टोल के कर्मी सीएम के जिले के पत्रकारो से भी अभद्रता करने लग गये है।
ये उनकी दादागिरी भी कह सकते है,ओर अगर उनकी गुंडाई कहे तो भी अतिशयोक्ति नही होगी। अभी कुछ दिनों पूर्व आष्टा-शुजालपुर मार्ग पर नये शुरू हुए टोल पर हुए विवाद की स्याही सुखी भी नही थी की।
आज अमलाहा टोल पर सीहोर के एक अधिमान्यता प्राप्त पत्रकार शैलेश तिवारी से टोल कर्मी ने उनके साथ उस वक्त अभद्रता की जब वे सीहोर से इंदौर अपने वाहन से जा रहे थे,अमलाहा टोल पर जब उन्होंने अपना अधिमान्यता का कार्ड दिखाया तो टोल कर्मियों ने उनका कार्ड मानने से इंकार कर
शुल्क देने को कहा टोल कर्मी से जब उक्त कार्ड नही मानने का कारण पूछा तो टोल कर्मी ने उनसे काफी अभद्रता की,परिवार के साथ आवश्यक कार्य से इंदौर जाने के कारण शैलेश तिवारी ने टोल के कंट्रोल रूम में मोबाइल लगा कर तैनात कर्मी आनन्द को अपने साथ टोल पर कर्मी ने जो अभद्रता की उसकी शिकायत दर्ज कराई है।
टोल कर्मी ने शैलेश तिवारी से 36 रुपये का शुल्क भी बसूला गया। एक ओर मप्र के लोकनिर्माण मंत्री यह बयान देते हैं कि अधिमान्य पत्रकारों को टोल में छूट,सुविधाए जारी रहेगी। पिछले दिनों मंत्री श्री भार्गव द्वारा एक बयान जारी कर उसमे कहा था कि अगर
टोल प्लाजा पर काम करने वाली एजेंसी द्वारा अधिमान्य पत्रकार को परिचय पत्र दिखाने के बाद भी छूट नही दी जाती है तो वे सम्बंधित के खिलाफ मुख्य अभियंता मप्र सड़क विकास निगम 45-A अरेरा हिल्स भोपाल को शिकायत कर सकते है। मंत्री जी आज तो टोल कर्मी ने आपके उक्त आदेश निर्देश की खुले आम धज्जि उड़ा दी है,क्या आप इस मामले को संज्ञान लेंगे,तथा ऐसे निर्देश जारी हो कि पूरे प्रदेश में किसी भी टोल पर प्रदेश के किसी भी अधिमान्य पत्रकार के साथ आज हुई जैसी अभद्रता करने की कोई हिम्मत ना कर सके।