आष्टा। 1 अप्रैल 2005 से सरकार द्वारा सेवा निर्मित होने वाले कर्मचारियों के लिए जो बरसों से ओल्ड पेंशन योजना चली आ रही थी उसे बंद कर नई पेंशन योजना लागू कर दी गई है। जिसके कारण आज नये जो कर्मचारी नौकरियों में है और वह जब सेवा निर्वत्त होंगे तब उन्हें 1000 से 2000 या इससे थोड़ी अधिक पेंशन मिलेगी जो उनके बुढ़ापे के लिए नाकाफी है।
2005 से जो नई पेंशन स्कीम लागू की गई है उसके विरोध में आज मध्य प्रदेश में ओल्ड पेंशन संगठन ने काला दिवस मनाया, काली पट्टी बांधकर काम किया, जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर मांग उठाई कि न्यू पेंशन योजना बंद कर पुनः ओल्ड पेंशन योजना लागू की जाए।
आज ओल्ड पेंशन संगठन के अध्यक्ष सवाईसिंह परिहार के नेतृत्व में सिविल अस्पताल परिसर में ओल्ड पेंशन संगठन के सदस्यों ने एकत्रित होकर जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की तथा मांग की कि अतिशीघ्र न्यू पेंशन योजना बंद कर ओल्ड पेंशन योजना को लागू करें।
इस मामले में संगठन के अध्यक्ष सवाई सिंह परिहार ने बताया कि जो नई स्कीम लागू की गई है न्यू पेंशन योजना उसमें जब कर्मचारी सेवानिवृत्त होंगे तब उन्हें मात्र पेंशन के रूप में कर्मचारियों को 1000 से 2000 के अंदर पेंशन मिलेगी जो सेवा निर्मित होने के बाद बुढ़ापे का सहारा नहीं बन सकती।
महंगाई के युग में 1000/2000 की पेंशन से सेवानिवृत्त होने वाला कर्मचारी कैसे अपना जीवन यापन करें और अपने परिवार को पालेगा। परिहार ने सरकार से मांग की कि सरकार पुनर्विचार करे, ओल्ड पेंशन योजना लागू करे। आज सभी कर्मचारीयो ने काली पट्टी बांधकर कार्य किया।