आष्टा। नगरपालिका द्वारा जहां नगर में निर्माण और विकास कार्य अनवरत रूप से जारी है, वहीं धार्मिक स्थलों को संवारने व सहेजने का कार्य भी किया जा रहा है। इसी कड़ी में नगर के प्राचीन खेड़ापति कमल तालाब का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण कार्य शीघ्र ही प्रारंभ होने जा रहा है, जिसका स्थल निरीक्षण नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने नगर के गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में एवं नपा के तकनीकी अधिकारियों के साथ किया।

नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने निरीक्षण के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि कमल खेड़ापति तालाब एवं काला तालाब को सहेजने व संवारने का संकल्प परिषद द्वारा लिया गया है जो अब शीघ्र ही पूर्ण होगा। जहां काला तालाब के जीर्णोद्धार की दृष्टि से कांक्रीट की बाउंड्री का निर्माण किया गया है, उसी प्रकार कमल खेड़ापति तालाब जो कि नगर के नागरिकों की आस्था का केन्द्र है।

इस तालाब के आसपास व पालों पर अलसुबह एवं संध्याकालीन में सैकड़ों नगरवासी टहलने आते है तथा प्राचीन खेड़ापति हनुमान जी के दर्शनार्थ भी पहुंचते है।

नगरपालिका द्वारा जहां नगर मंे निर्माण कार्य कराए जा रहे है, उसी तरह परिषद ने धार्मिक स्थलों को संवारने का संकल्प भी लिया है। नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने बताया कि मुख्यमंत्री नगरीय अधोसंरचना योजनांतर्गत खेड़ापति कमल तालाब का
उन्नयन, जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण की दृष्टि से पाथवे, पीचिंग, रैलिंग, घाट का रेनोवेशन, लाईटिंग कार्य इत्यादि कार्य कराए जाएंगे। निरीक्षण के दौरान नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा के साथ भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष ललित नागौरी, पार्षद रवि शर्मा, कमलेश जैन, डाॅ. सलीम खान, नईमउद्दीन, उपयंत्री अनिल धुर्वे, सुभाष सिसौदिया सहित अन्य रहवासीगण मौजूद थे।
